वैशाली जिला का इतिहास (History of Vaishali district)

history of vaishali district
वैशाली का इतिहास trend2news


महावीर के जन्म भूमि और महात्मा बुद्ध के कर्म भूमि  एवं आम्रपाली के रंग भूमि  के  नाम से प्रसिद्द वैशाली, बिहार राज्य का एक जिला है जिसका गठन 12 अक्टूबर  1972 को हुआ था। परन्तु वैशाली का इतिहास बौद्ध धर्म  से भी पुराना रामायण के काल का माना जाता है।ऐसा कहा जाता है की वैशाली के राजा विशाल के नाम पर इस जिला का नाम वैशाली पड़ा है। वैशाली में बहुत सारे प्राचीन काल के ऐतिहासिक पुरातात्विक स्थल है , जिसमे माहत्मा बुद्ध और महावीर स्वामी की स्थल सबसे ज्यादा प्रसिद्द है। 

 वैशाली जिले का इतिहास 

दुनिया का पहला गणराज्य बनने का गौरव प्राप्त जिला वैशाली बिहार राज्य पश्चिमी जिला है। यह पहले मुजफ्फरपुर जिला का हिस्सा हुआ करता था। परन्तु 12 अक्टूबर वर्ष 1972 को  इसे मुजफ्फरपुर से अलग कर दिया गया था। वैशाली अपने ऐतहासिक महत्त्व के लिए जाना जाता है। यह 1875 से 1972 तक मुजफ्फरपुर का हिस्सा रहा है। वैशाली के पश्चिम में सारण जिला ,पूर्व में समस्तीपुर ,उत्तर में मुजफ्फरपुर तथा दक्षिण में पटना जिला है। वैशाली के इतिहास पर नजर डाला जाए तो बौद्ध और जैन धर्मो के इतिहास से भी पुराना है। इस जिला का नाम रामायण काल के राजा के नाम पर पड़ा है। विष्णु पुराण के अनुसार इस इलाका पर राज करने वाले 34 राजाओ के जिक्र मिलते हैं। 
                        वैशाली भगवान महावीर के जन्म स्थली होने के कारण जैन धर्म के एक पवित्र नगरी मानी जाती है। वहीं गौतम बुद्ध ने इस जगह का 3 बार भ्रमण किया था। ऐतिहासिक सबूतों के अनुसार विश्व का पहला गणतंत्र (लिक्ष्छवि) वैशाली में ही कायम हुआ था। 
                                                            स्वतंत्रता आंदोलन में भी वैशाली के लोगों की खास भूमिका रही है। भारत  आजादी के लड़ाई के समय महात्मा गाँधी ने भी (क्रमशः 1920 , 1925 , 1934) तीन बार वैशाली का दौरा किया था। वैशाली जिले का मुख्य नदी गंगा और गंडक है। गंगा नदी के तट पर बसा यह जिला बिहार के राजधानी पटना से महज 32 km की दुरी पर है। वही देश की राजधानी नई दिल्ली से लगभग 1071 KM की दुरी  पर है। 

                  वैशाली में 3 अनुमंडल (हाजीपुर ,महुआ और महनार ) है और दो लोक सभा सीट एवं 8 विधानसभा सीट है। वही 22 पुलिस स्टेशन , 4 सरकारी अस्पताल ,282 डाक घर एक नगर निगम ,दो नगर पंचायत ,290 ग्रामपंचायत एवं 414 गांव है। 
                                             वैशाली के मुख्य रेलवे स्टेशन हाजीपुर रेलवे जंक्शन है। यह जंक्शन भारतीय रेलवे (EAST RAILWAY ZONE) सोनपुर रेलवे डिवीज़न के अंतर्गत आता है। 


                  वैशाली 

👉 गठन - 12 अक्टूबर 1972

👉चौहद्दी - NORTH - MUZAFFARPUR
                  SOUTH-  PATNA,GANGA RIVER  
                  EAST-  SAMSTIPUR
                  WEST- SARAN,GANDAK RIVER

👉क्षेत्रफल -2036 

👉प्रमुख नदियाँ -गंगा एवं गंडक 👉मुख्यालय - हाजीपुर 

👉प्रमंडल - तिरहुत

👉अनुमंडल -3 (हाजीपुर ,महुआ ,महनार )

👉प्रखंड - 16 

👉पंचायत -290 

👉राजस्वग्राम -1638 

👉लोकसभा क्षेत्र - 2 (हाजीपुर ,वैशाली )

👉विधानसभा क्षेत्र- 8 

👉कुल जनसंख्या -3495021 (वर्ष 2011 जनगणना )

👉घनत्व -1717 प्रति वर्ग km 

👉साक्षरता दर -66.6 %

👉भाषा - हिंदी ,उर्दू,मैथिली 



वैशाली का पर्यटक स्थल 


वैसे तो वैशाली में बहुत से पर्यटक स्थल है जिसमे प्रमुख स्थल है - राजा विशाल का गढ़ , अशोक स्तम्भ ,बौद्ध स्तूप ,अभिषेक पुष्करणी ,वैशाली महोत्सव ,52 पोखर मंदिर ,नेपाली छावनी मंदिर , रामचौड़ा मंदिर ,गाँधी आश्रम ,महात्मा गाँधी सेतु ,मामा भांजा की मजार ये सब्बि वैशाली जिले की प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। 


     वैशाली में प्रमुख रूप से बौद्ध तथा जैन मंदिर का भ्रमण  करने लोग देश - विदेश से आते हैं। यहाँ के बौद्ध स्तूप तथा अशोक स्तम्भ विश्व प्रसिद्द है। लोग दूर-दूर से इसके दर्शन के लिए  आते हैं।