NEERAJ CHOPRA WIKIPEDIA & NEERAJ C HOPRA BIOGRAPHY
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GOLDMEDLIST NEERAJ CHOPRA BIOGRAPHY |
नीरज चोपड़ा ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भला फेकने वाले खिलाडी हैं। नीरज ने 87. 58 मीटर भाला फेककर टोक्यो ओलिंपिक 2020 में इतिहास रच दिया है। अंजू बॉबी जॉर्ज विश्व स्तर पर एथिलिटक्स में स्वर्ण पदक जितने वाला वे दूसरे भारतीय हैं। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में होने वाले ओलंपिक्स 2020 में भारत को पहला स्वर्ण पदक जिताने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इन्होंने 07 अगस्त 2021 को होने वाले भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
वयक्तिगत जानकारी
जन्म - 24 दिसंबर 1997 , पानीपत ,हरियाणा ,भारत
राष्ट्रीयता - भारतीय
वर्तमान स्थिति - भारतीय सेना
उपाधि - सूबेदार
दस्ता - राजपुताना राइफल्स
सम्मान - विशिष्ट सेवा पदक
खेल जीवन
देश - भारत
खेल - ट्रैक और फील्ड
प्रतिस्पर्धा - भाला फेंक
कोच - उवे हॉक
PERSONAL LIFE
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत में नामक छोटे से गांव खांद्रा में हुआ था। उनके पिता सतीश कुमार किसान हैं। और इनके माता सरोजा गृहिणी है। जैवलिन थ्रो में नीरज की रूचि बचपन से ही काफी थी और वे जब 11 वर्ष के थे तभी से ही प्रैक्टिस करना शुरू कर चुके थे। नीरज चोपड़ा एक भारतीय एथलीट हैं जो ट्रैक और फील्ड से जुड़े हुए है एवं वे राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। नीरज चोपड़ा एक खिलाडी होने के साथ-साथ भारतीय सेना में सूबेदार भी हैं , सेना में इन्हे बेस्ट प्रोफेमेन्स के लिए सेना विशिष्ट मैडल से भी सम्म्मानित किया जा चूका हैं।
नीरज चोपड़ा की शिक्षा
ओलंपिक्स खिलाडी नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढाई अपने गांव से ही पूरा किया है। मिले जानकारी क्र अनुसार नीरज ने ग्रेजुशन तक की पढाई हैं। अपनी शुरुआती पढाई पूरी करने के बाद नीरज ने बीबीए कॉलेज में दाखिला करबाया और वहीँ से ग्रेजुशन की डिग्री प्राप्त की। फिर इन्होंने सेना में भर्ती ली।
नीरज का कोच
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे है जो की जर्मनी के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इन्ही से ट्रेंनिंग लेने के बाद नीरज इतना बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
नीरज चोपड़ा का खेल जीवन
नीरज जेवलिन थ्रो यानि भाला फेंक खिलाडी हैं। वे अपने खेल में लगातार पांच मेडल हासिल कर चुकें हैं ,उन्होंने साल 2016 में दक्षिण एशियाई खेल (SOUTH ASIAN GAMES ) अपना पहला सिल्वर मेडल हासिल किया था। वे 82. 23 मीटर का थ्रो करके पहला गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसी खेल के साथ ऊन्होने नेशनल रिकॉर्ड को टक्कर देना शुरू किया था। इसी वर्ष उन्होंने विश्व जूनियर चैम्पियशिप (WORLD JUNIOR CHAMPIANSHIP,2016 ) में दूसरा गोल्ड हासिल किया था। फिर उन्होंने 2017 में गुवहाटी /शिलॉन्ग में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में तीसरा गोल्ड जीता , इसके बाद कॉमन वेल्थ गेम्स 2018 में चौथा और 2018 में ही पांचवा गोल्ड मेडल भी हासिल किया।
Neeraj chopra awards
नीरज चोपड़ा को साल 2018 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। वह 2016 से भारतीय सेना में कार्यरत हैं और फिलहाल सेना के सूबेदार के पद पर हैं। उन्हें 2020 गणतंत्र दिवस समारोह में सेना विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था
मै यह पदक मिल्खा सिंह को समर्पित करता हूँ। वे चाहते थे की कोई भारतीय एथलिटक्स में ओलंपिक्स पदक जीते। काश वह आज जिन्दा होते और मुझे देख पाते। यह पहली बार है जब भारत ने एथलिटक्स मर स्वर्ण पदक जीता है। इसलिए मुझे बहुत अच्छा लग रहा है यह अविश्वसनीय लगता है। हमारे यहाँ अन्य (वयक्तिगत ) खेलो में स्वर्ण सिर्फ एक है। यह काफी लम्बे समय के बाद हमारा ओलिंपिक स्वर्ण पदक है। यह मेरे और मेरे देश के लिए गर्व का क्षण है। क्वालिफिकेशन राउंड में मैंने बहुत अच्छा थ्रो किया था , इसलिए मुझे पता था की मै फाइनल में बहुत अच्छा कर सकता हूँ। लेकिन मुझे पता पता नहीं था की यह स्वर्ण होगा,फिर भी मई बहुत खुश हूँ। आज मै अपना सर्वेष्ठ देने आया था और मैंने ऐसा ही किया।
नीरज चोपड़ा, टोक्यो में स्वर्ण पदक जितने के बाद।
3 Comments
Proud of you sir
जवाब देंहटाएंProud of india
जवाब देंहटाएंGood
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