PRASHANT KISHOR BIOGRAPHY IN HINDI [P.K] 


चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर  जीवन परिचय। 


prashant kishor biography in hindi
राजनितिक चाणक्य प्रशांत किशोर का जीवन परिचय। 




प्रशांत किशोर कोई साधारण राजनीतिक रणनीतिकार नहीं हैं। प्रशांत किशोर ख़ुद ये कहते हैं कि वो न टीवी पर समाचार देखते हैं और न ही अख़बार पढ़ते हैं. वो न ईमेल लिखते हैं और न ही नोट्स लेते हैं। बीते एक दशक से उन्होंने लैपटॉप तक का इस्तेमाल नहीं किया है। प्रशांत किशोर को भारत का सबसे चर्चित राजनीतिक सलाहाकार और रणनीतिकार कहा जाता है। हालाँकि वो इस विवरण को पसंद नहीं करते हैं। उन्हें ऐसे व्यक्ति के तौर पर देखा जाता है, जिन्होंने चुनाव जीतने और लोगों की राय को प्रभावित करने में महारत हासिल कर ली है और नेता जिनकी मुट्ठी में रहते हैं। साल 2011 के बाद से प्रशांत किशोर और उनकी राजनीतिक सलाह देने वाली फ़र्म ने नौ चुनावों में अलग-अलग पार्टियों के लिए काम किया है. इनमें से आठ में उन्होंने जीत हासिल की है।

प्रशांत किशोर की प्रारंभिक जीवन।

प्रशांत किशोर मुख्य रूप से रोहतास जिले के निवासी है परंतु कुछ कारणों से उनके पिता ने बक्सर जिला में शिफ्ट हो गए। प्रशांत किशोर की माध्यमिक शिक्षा बक्सर के स्कूल से ही पूरी हुई है प्रशांत किशोर के पिता का नाम श्रीकांत झा है जो कि पेशा से एक डॉक्टर है। प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में हुआ था उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बक्सर से और आगे की शिक्षा के लिए हैदराबाद चले गए और और वहां से उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। प्रशांत किशोर राजनीति में आने से पहले स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे चुके हैं।प्रशांत किशोर शादीशुदा व्यक्ति हैं उनके पत्नी का नाम जाह्नवी दास है। जो कि पेशे से एक डॉक्टर बताई जाती है। प्रशांत किशोर एक राजनीतिक, राजनीतिक रणनीतिकार है। प्रशांत किशोर अभी तक 9 पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं जिसमें से उन्होंने आठ पार्टियों को चुनाव में सफलता प्राप्त कराई है।

प्रशांत किशोर को राजनीतिक चाणक्य कहा जाता है। क्योंकी वे  जिस पार्टी के बागडोर लेते हैं उस पार्टी की चुनाव में जीत पक्की हो जाती है। पार्टी के सफल होने की 7 परसेंट चांस हो जाती है। और ऐसा एक बार नही कई बार हुआ है। प्रशांत किशोर को लोग राजनीतिक विशेषज्ञ भी कहते हैं परंतु प्रशांत किशोर इस बात से हमेशा मुकर जाते हैं क्योंकि उनका मानना है कि मैं हमेशा कुछ नया करना चाहता हूं। अभी हाल ही के चचुनाव में उन्होंने ममता बनर्जी के राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम किया जिसमें ममता बनर्जी को बहुत भारी बहुमत से विजय प्राप्त हुए। उसी चुनाव के दौरान उन्होंने ये घोषणा भी किया था कि वे अब राजनीति से हट कर कुछ अलग करने की कोशिश करेंगे।


प्रशांत किशोर 2011 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ थे जिस समय नरेंद्र मोदी 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने उस समय के राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही थे।जिसमे bjp के भारी बहुमत से सत्ता में आई थी। 

प्रशांत किशोर की व्यवक्तिगत जानकारी।


नाम- प्रशांत किशोर

उपनाम-pk

जन्म-1977 

धर्म-हिन्दू

जन्म स्थान-बॉक्सर बिहार

व्यवसाय-राजनीति रणनीतिकार,राजनीतिज्ञ, राजनीतिक सलाहका।

शैक्षणिक योग्यता-इंजीनियरिंग।



प्रशांत किशोर की पारिवारिक सदस्य


पिता-श्रीकांत पांडेय।

माता का नाम-अज्ञात।

पत्नी-जाह्नवी दास(डॉक्टर)

किशोर जी का बेटा का नाम-अज्ञात।

किशोर जी की राजनीति कैरियर

प्रशांत किशोर जी अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरूआत 2011 कि गुजरात विधानसभा चुनाव से शुरू की। किशोर जी ने नरेंद्र मोदी के साथ में BJP के राजनीति सलाहकार के रूप में काम किया और उन्होंने  गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी जी को गुजरात के मुख्यमंत्री बनाने में अपना पहला योगदान दिया और गुजरात विधानसभा चुनाव में 2012 में मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री बने P.K के सलाहकार के रूप में यह पहली सफलता थी।

किशोर जी ने पुनः 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में कार्य किया और बीजेपी को पूर्ण बहुमत से सरकार में आने में सफल बनाया।

इसके बाद किशोर जी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में लालू यादव और नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन को जिताने में अपना अगला राजनीतिक सलाहकार के रूप में कार्य किया और उन्होंने बिहार में  "बिहार में बहार है क्योंकि नीतीश कुमार है" का नारा इस चुनाव में प्रशांत किशोर जी का ही दिया हुआ था।

इसके बाद 2016 में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए पंजाब विधानसभा चुनाव में कार्य किया और वहाँ के अरविंदर सिंह को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने में अपनी अहम योगदान दिया।  इस वजह से वह 2016-17 में काफी चर्चा में भी रहे थे।

इस तरह से देखें तो प्रशांत किशोर ने अब तक 9 आम चुनावों में राजनीतिक सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके जिसमें उन्हें 8 में सफलता प्राप्त हुई है। अभी कुछ दिन पहले हुए बंगाल चुनाव में प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी के पार्टी (TMC) के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया और ममता बनर्जी को पूर्ण बहुमत से पूर्व मुख्यमंत्री बनने में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया। 

किशोर जी ने वर्ष 2018 में जनता दल यू में शामिल हुए थे जो कि बिहार की एक क्षेत्रीय पार्टी है।  परंतु कुछ कारणों से उन्होंने इस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वर्तमान में वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं है क्योंकि ज्यादातर वे राजनीतिक सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं और जिस पार्टी में कार्य करते हैं उस पार्टी की जीत पक्की हो जाती है।