अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस ।

● प्रतिवर्ष 29 अप्रैल को वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस (International Dance Day) का आयोजन किया जाता है। 




● 41वें अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस का उद्देश्य जनसाधारण के मध्य नृत्य की महत्ता को उजागर करना और पूरे विश्व में नृत्य को शिक्षा की सभी प्रणालियों में एक उचित स्थान प्रदान करना है। 

● इस दिवस की शुरुआत महान नृतक जीन जार्ज नावेरे के जन्मदिन पर 29 अप्रैल, 1982 को यूनेस्को (UNESCO) के अंतर्राष्ट्रीय थिएटर इंस्टीट्यूट की अंतर्राष्ट्रीय डांस कमेटी द्वारा की गई थी। 

● अंग-प्रत्यंग एवं मनोभावों के साथ की गई नियंत्रित यति-गति को नृत्य कहा जाता है। 

● भरत मुनि (द्वितीय शताब्दी ईसा पूर्व) का ‘नाट्यशास्त्र’ शास्त्रीय नृत्य पर प्राचीन ग्रंथ के रूप में उपलब्ध है, जो नाटक, नृत्य और संगीत कला की स्रोत-पुस्तक है। 

● भारतीय नृत्यकला को दो वर्गों में बाँटा जाता है-
 (i) शास्त्रीय नृत्य 
(ii) लोक एवं जनजातीय नृत्य। 

शास्त्रीय नृत्य जहाँ शास्त्र-सम्मत एवं शास्त्रानुशासित होता है, वहीं लोक एवं जनजातीय नृत्य विभिन्न राज्यों के स्थानीय एवं जनजातीय समूहों द्वारा संचालित होते हैं और इनका कोई निर्धारित नियम-व्याकरण या अनुशासन नहीं होता।

● भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत विश्व नृत्य दिवस के अवसर पर दिनांक 29 अप्रैल, 2023 को ‘नृत्यम- 2023' का आयोजन किया जा रहा है।