कुशवाहा जाति का इतिहास। KUSHAVAHA CASTE HISTORY IN HINDI

कुशवाहा जाति।

कुशवाहा अपने आप को भगवान राम के वंशज कहते हैं। वर्तमान समय में खुद को विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के पुत्र कुश के वंशज और सूर्यवंशी होने का दावा करते हैं। लेकिन प्राचीन काल में कुशवाहा जातियां (मौर्य कुशवाहा और  कोइरी) शिव और शक्ति के उपासक होने के कारण 14 परंपराओं से बंधे हुए थे। कुशल किसान और खेती करने के कारण कुशवाहा शुद्र बन के माने जाते थे।



कुशवाहा समाज किसके वंशज है।


यह समुदाय कुशवाहा नाम से जाना जाता है यह समुदाय स्वयं को विष्णु के अवतार भगवान श्री राम के पुत्र कुश के वंशज तथा सूर्य वंश से अवतरित हैं। कुशवाहा समुदाय की जातियां कछवाहा मुराव काछी व कोइरी जाति स्वयं को शिवा शक्ति का संप्रदाय से जुड़ा मानते हैं।

कुशवाहा किस जाति में आते हैं।


सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़ा होने के कारण कुशवाहा समाज को भारत की सकारात्मक भेदभाव की व्यवस्था के अंतर्गत अलग-अलग राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग या पिछड़ा वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है। बिहार में कुशवाहा समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

कुशवाहा समाज के राजा कौन थे?


जब श्री राम का अयोध्या से राज खत्म हुआ तब उनके दोनों पुत्रों को राजा बनाया गया। जिनमें कुछ को उत्तर कौशल का राजा और लव को दक्षिण कौशल का राजा बनाया गया। सूर्यवंशी कुश का जो वंश चला वहीं, वर्तमान समय में कुशवाहा जाति के नाम से विख्यात हैं।

कुशवाहा जाति के कुलदेवी कौन है?


जमवाय माता को समर्पित ऐतिहासिक मंदिर राजस्थान के जयपुर में जमालगढ़ अनुमंडल में स्थित है यह मंदिर जयपुर से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर पूर्व में रामगढ़ बांध से कुछ ही दूरी पर स्थित है। जो कि कुशवाहा जाति के कुलदेवी के रूप में जाना जाता है।

कुशवाहा जाति का सरनेम क्या है?


कुशवाहा बिहार में कोइरी जाति के लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला एक उपनाम है। कुशवाहा को उत्तर भारत के विभिन्न भागों में मौर्य,शाक्य  और सैनी के नाम से भी जाना जाता है। एकमत के अनुसार कुशवाहा उपनाम काछी जाति के सदस्यों में भी आम है, जो बाद में कोई भी हो के साथ विलय कर एक एकल सजातीय समुदाय बन गए।

कुशवाहा का हिंदी अनुवाद।


क्षत्रिय समाज में एक कुलनाम या सरनेम सब्जी पैदा करने एवं उसका व्यापार करने वाली जाति कोकाची या कुशवाहा कहा जाता है।

क्या कुशवाहा सूर्यवंशी है?


एक मत के अनुसार कुशवाहा जाति खुद को भगवान श्री राम के वंशज, विष्णु के सातवें अवतार भगवान श्री राम के पुत्र कुश के वंशज और सूर्यवंशी होने का दावा करते हैं। इस मत के अनुसार हम मान सकते हैं कि कुशवाहा जाति सूर्यवंशी हैं।

कुशवाहा जाति कितने प्रकार के होते हैं?


कुशवाहा, समुदाय कुशवाहा नाम से भी जाना जाता है। कुशवाहा शब्द कम से कम चार उपजातियां (कुशवाहा, कछवाहा, कोइरी व मुरओ) के लिए प्रयोग किया जाता है। वर्तमान में कछवाहा,कोइरी, मुराओ  कुशवाहा समाज के उपजातियां हैं।

कुशवाहा की उत्पत्ति कैसे हुई?


जब श्री राम का अयोध्या से राज्य खत्म हुआ तब उनके दोनों पुत्रों को राजा बनाया गया। जिसमें कुश को उत्तर कौशल का राजा और लव को दक्षिण कौशल का राजा बनाया गया। सूर्यवंशी क्षत्रिय राजा अंकुश का जो वंश चला वही आज कुशवाहा जाति के नाम से जाना जाता है। कुशवाहा उत्तम और पवित्र जाती है जिसकी उत्पत्ति भगवान श्रीराम से हुई है।

Post a Comment

if you have any doubts, please let me know

और नया पुराने